आँखों से परिंदे अब उड़ने लगे है,तेरी यादों के झरने अब गिरने लगे है,
तुझे याद नहीं अब वो मिलना हमारा,मुझे याद नहीं वो बिछड़ना हमारा...
Thursday, August 8, 2019
यूं तो अकेला हूँ लेकिन मशहूर हूँ,
तुम्हारे पास हूँ शायद दूर भी हूँ,
यूँ पथरीले रास्तों पर चलना शौक़ नही मेरा,
कुछ मामला चाहत का है कुछ मजबूर भी हूँ,
चाहता हूँ सभी को बस इतनी ख़ता है,
बस इसी आदत से मजबूर भी हूँ....