Vivek Deshwal
Emotion
Sunday, May 28, 2017
इन्तज़ार
वो हमसे पूछते थे क्या हाल हैं ऐ जिन्दगीं...
हमारी जिन्दगीं गुजर गई इसी इन्तज़ार मे...
कब मिलेगी हाल ऐं जिन्दगीं...
Friday, May 5, 2017
जिंदगी मेरी गुजर जाये चाहे मुफ़लिसी से.कभी किसी की ख़ुशी ना जाये मेरे दर से.कोशिश है जिंदगी से सेवा करुँ सभी की ख़ुशी से.जिंदगी मेरी गुजर जाये.....
Newer Posts
Older Posts
Home
Subscribe to:
Posts (Atom)