Wednesday, August 24, 2016
निगाहें मिला कर बदल जाने वाले मुझे तुझ से कोई शिकायत नही है ये दुनिया बड़ी संगदिल है यहां पर किसी को किसी से मुहब्बत नही है जफ़ाओं से तूने मेरे दिल को तोडा मुझे तूने ज़ालिम कहीं का न छोडा हुआ मुझ को मालूम सब कुछ लुटा कर वफ़ा की यहां कोई कीमत नही है....
Wednesday, August 10, 2016
तेरी आँखों के सिवा दुनिया में रखा क्या है ये उठे सुबह चले, ये झुके शाम ढले मेरा जीना, मेरा मरना इन्हीं पलकों के तले पलकों की गलियों में चेहरे बहारों के हंसते हुए है मेरे ख़्वाबों के क्या-क्या नगर इनमें बसते हुए ये उठे सुबह... इनमें मेरे आने वाले ज़माने की तस्वीर है चाहत के काजल से लिखी हुई मेरी तकदीर है ये उठे सुबह...
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