Vivek Deshwal
Emotion
Friday, December 16, 2016
अगर नशे से छूटती तेरी यादें,तो खुद को मयखाने में डूबो आता..मगर इस दिल में रहती है तेरी यादें,मैं इस दिल को तोड़ नहीं पाता...
Thursday, December 15, 2016
हज़ारों ख्वाहिशें दफ़न हुई.एक तूझे पाने की ख़्वाहिश दिल में आने के बाद.पर तू ना मिली मुझे तेरी ख्वाहिश दिल में आने बाद .जीता हूं जिंदगी अब तो तेरे ख्वाबो के साथ.हज़ारों ख्वाहिशें दफ़न हुई......
तेरे हुस्न की गर्मी से.मेरा जिस्म पिघलता है...तेरे ख्यालो से मेरे जीवन का दिया जलता है..तू कही भी रहे मगर ये दिल का कारवाँ यूं ही चलता है...तेरे हुस्न की गर्मी से.मेरा जिस्म पिघलता है...
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