Thursday, December 15, 2016

तेरे हुस्न की गर्मी से.मेरा जिस्म पिघलता है...तेरे ख्यालो से मेरे जीवन का दिया जलता है..तू कही भी रहे मगर ये दिल का कारवाँ यूं ही चलता है...तेरे हुस्न की गर्मी से.मेरा जिस्म पिघलता है...


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