Saturday, October 11, 2014

कलम उठा ही ली है अब तो, भारत कि जयकार लिखूंगा। सौ करोड़ हिन्दुस्तानियोँ का मैँ तो हाहाकार लिखूंगा। रोते बिलखते भारत का मजदुर और किसान लिखूंगा। भूखे नगें गरीबोँ का दर्द में बारम्बार लिखूंगा। बेरोजगार युवाओँ का मजबूर हर हाल लिखूंगा। भारत कि जनता के ऊपर होते अत्याचार लिखूंगा ।।


No comments: