Vivek Deshwal
Emotion
Tuesday, April 4, 2017
तेरे हुस्न की गर्मी से मेरा जिस्म पिघल जाए,कुछ ऐसा करदे आज कि ये रात यादगार बन जाए,मै यही रहूँ बेशक मेरी रूह जनत मे उतर जाए,तेरे हुस्न की गर्मी से मेरा जिस्म पिघल जाए...
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