Saturday, February 23, 2019

ख्वाहिश

कोरे दिल पे लिखकर तेरा नाम पा लिया मैंने मुकम्मल-ऐ-इहराम...
आरज़ू नहीं कुछ और पाने की तुम ही ख्वाहिश हो इस दीवाने की...

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